समाचार निर्देश घरौंडा प्रवीण कौशिक – शहर का एक हौम्यो क्लीनिक कोरोना वायरस की रोकथाम के नाम पर दवा बेच रहा है। डॉक्टर का दावा है कि इस दवा से कोरोना संक्रमण का असर खत्म हो जाता है। जिसके बाद इस क्लीनिक से दवाई खरीदने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालांकि आयुष विभाग के डाक्टर इस इस दावे से इत्तेफाक नहीं रखते। आयुष विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की दवा केवल मात्र रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कोरोना के भय को कम करने का काम करती है। शहर के नई अनाज मंडी रोड पर स्थित योगेश होम्यो क्लीनिक के बाहर कोरोना वायरस से रोकथाम की दवा मुहैया होने सूचना लगाई गई है। क्लीनिक के बाहर लगे इस पोस्टर से आर्सेनिक दवा की बिक्री में तेजी आई है रोजाना दस से बारह लोग इस दवाई की शीशी खरीद रहे है। इस दवा की कीमत लगभग 70 रुपए बताई जा रही है। होम्योपैथी क्लीनिक चला रहे डॉ. योगेश का कहना है कि इस दवाई की पांच पांच बुँदे पानी में मिलाकर दिन में तीन बार लेनी होती है। यह दवाई इन्सान के शरीर पर कोरोना वायरस का असर नहीं होने देती। उनका दावा है कि इस दवा के इस्तेमाल से कोरोना वायरस से रोकथाम की जा सकती है और आयुष विभाग ने भी उनके इस दावे की पुष्टि की है। इस दावे के विपरीत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घरौंडा के आयुष विभाग में नियुक्त डॉ. विनोद गुप्ता आर्सेनिक एएलबी को कोरोना वायरस के ईलाज की दवाई नही मानते। डॉ. गुप्ता ने बताते है कि होम्योपैथी चिकित्सा में आर्सेनिक दवा इम्युनिटी बढाने व बीमारी को लेकर व्यक्ति के दिमाग में पैदा हुए डर को कम करने का काम करती है। लेकिन इस दवाई के प्रयोग से कोरोना वायरस से रोकथाम का दावा नहीं किया जा सकता है।