समाचार निर्देश जुबेर खान नूह – नूंह खंड के गांव रानीका में काफी समय से गांव के कई मार्ग पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। गांव की कई गलियां व फिरनी के रास्ते भी जर्जर बने हुए हैं। गांव के फिरनी के रास्तों में यदि कोई व्यक्ति मछली पाले तो बिल्कुल मछली भी पल सकती है। क्योंकि इन रास्तों में करीब दो से तीन फीट की गहराई तक पानी भरा हुआ है। रास्ता गंदे पानी का जोहड़ बना हुआ है। गांव के हाजी मूसा, अरशद, दीनू, आमीन, रज्जाक, दीनू, आसू, अय्युब, तैय्यब व ताहिर ने बताया कि हमारे गांव में खंड के सभी गांवों से बुरा हाल है। यहां की फिरनी वाले रास्तों में तो पैदल तो दूर गाड़ी से निकलना भी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मस्जिद को जाने वाला मार्ग पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। इस रास्ते के आसपास के लोगों ने बताया कि इस बाबत पंचायत व जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है। लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने बताया कि घरों से निकलने के लिए कई बार सोचना पड़ता है। इसके अलावा हमारे गांव के कई रास्ते पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। जब इस संबंध में गांव के सरपंच फकरू सरपंच ने कहा कि उनके गांव में ऐसा कोई रास्ता नहीं है जो इस समय जर्जर अवस्था में है। पूरे गांव में विकास कार्य किया गया है।