*गुरु पूर्णिमा महोत्सव -२०२२ के शुभ अवसर पर* मुजफ्फरपुर, सरैया, मोती चौक स्थित नारायण संगीत महाविद्यालय के प्रांगण में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया । जिसका उद्घाटन राष्ट्रीय मानवाधिकार सेवा ट्रस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा० राजकुमार आजाद एवं थाईलैंड निवासी डा० पी० सी० चन्द्रा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया । डा० आजाद ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने पारंपरिक गुरु के अलावा एक अध्यात्मिक गुरु अवश्य बनाना चाहिए। डा० चन्द्रा ने संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय परम्परा में गुरु का महत्व माता पिता तथा भगवान से भी अधिक दिया जाता है ।
मुख्य वक्ता संस्था के निदेशक राम बाबू साह ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारी संस्था दलित पिछड़ा, वंचित समुदायों के लोगो के लिए नि: शुल्क कम्प्यूटर साक्षरता, विषमता की समाप्ति के लिए जागरूकता अभियान, संगीत कला,गायन,वादन, नृत्य एवं व्यक्तित्व विकास के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रम समय समय पर आयोजित करती रहती है ।
कार्यक्रम में डा० यू० के ० सिंह,डा० ए० के ० ठाकुर, भूषण भारती, योग प्रशिक्षक राकेश कुमार,अन्नु कुमारी, सुकृति नंदा आदि ने संबोधित किया ।
सभी सफल प्रतिभागियों को डा० आजाद के हाथों पुरूस्कार वितरण किया गया ।
निदेशक राम बाबू साह ने सभी अतिथियों को पुष्पों की माला पहनाकर स्वागत किया ।
कार्यक्रम में उत्तरी बिहार के सभी जिलों से संगीत,गायन , नृत्य के कलाकारों ने अपने अपने हुनर दिखाया और दर्शकों ने मंत्रमुग्ध हो कर तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का मनोबल बढ़ाते रहे ।