- आदिवासी भील समाज की बेटियों में उच्च शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए भारत सरकार को सांचौर (जालौर)जिले में विश्वविद्यालय की स्थापना करने के लिए तुरंत कदम उठाने होंगे-अशोक पढियार
समाचार निर्देश सरदार कर्मपाल सिंह सवाली जालौर – अखिल भारतीय आदिवासी भील समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय नरसिंग पडियार सुपुत्र युवा समाजसेवी अशोक पडियार ने कहां आदिकाल से लेकर सदियों से ही आदिवासी भील समाज ने अपनी मातृभूमि की खातिर हजारों वीर योद्धाओं ने अपने प्रांण निछावर करके अपनी मातृभूमि के लिए हजारों वीरो ने बलिदान देकर रक्षा करने वाले बहादर भील समाज की बेटियों आज भी उच्च शिक्षा से वंचित ही रही है। आज सांचौर क्षेत्र का ग्रामीण अंचलों का दौरा करते समय सांचौर क्षेत्र के गांव वाण में समाज बंधुओं को उच्च शिक्षा के बारे में जागरूक अभियान के तहत चर्चा करते हुए कहे। युवा समाजसेवी अशोक पढियार ने कहा पूरे देश में सबसे बड़ा आदिवासी भील समाज करोड़ों की तादाद होने के बावजूद भी आज भी उनकी बेटियां को उच्च शिक्षा से वंचित रखने की राजनीतिक षड्यंत्र होती रही जो अब सहन नहीं करेंगे। युवा समाजसेवी अशोक पढियार ने कहा 70 वर्षों से उनका परिवार कांग्रेश को भी उच्च शिक्षा के लिए बार-बार मांग करता रहा पर कांग्रेस ने कभी भी आदिवासी भील समाज को उच्च शिक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिसने पूरे भारत में शिक्षा विकास के नींव मजबूत की अब पूरा समाज संगठित होकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आगामी दिनों में एक शिष्टाचार मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री से समय लेकर राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में सांचौर जालौर जिले में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए मांग की जाएगी जिसके जरिए आदिवासी भील समाज की बेटियों को उच्च शिक्षा से मजबूत बनाने का लक्ष्य है। बेटियां उच्च शिक्षा से मजबूत होकर राष्ट्र निर्माण के लिए अमूल्य योगदान देकर समाज को विकासशील बनाने के लिए अहिम भूमिका निभाएगी। इसके लिए राजस्थान के प्रत्येक जिले तहसीलों से आदिवासी भील समाज के जागरूक युवाओं को एवं समाज के पंच-पटेलों को भी आगे आकर समाज के प्रति उच्च शिक्षा का मजबूत प्रावधान दिलाने के लिए आगे आए । अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी की मांग करने के लिए सरकार तक आवाज पहूचानी होगी । रणछोड़ ,रडमल लशु ,गरडाली, महादेव लुणियासर,छगन विरोल,रवा राम , समाज के पंच पटेल बड़ी संख्या में पहुंचे।