समाचार निर्देश सुजाता गहलोत – रोहित शर्मा, विराट कोहली और जप्रीत बुमराह जैसे सीनियर खिलाड़ियों के आने के बाद अगर हम टीम इंडिया की टीम देखेंगे तो कुछ ओपनिंग खाली रह जाएगी। इसमें कई खिलाड़ियों की निगाहें इसमें अपनी जगह बनाने पर होंगी। ऐसे में उनके लिए ताकत के क्षेत्रों को स्थापित करने में सभी टीमों की भागीदारी है भारतीय टीम भी इसी तैयारी से जुड़ी है। आईपीएल 2022 के बाद भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली टी20 सीरीज खेली। इस सीरीज से सीनियर खिलाड़ी तरोताजा हुए। दो वजहों से इस ब्रेक से सीनियर खिलाड़ियों में जान फूंकने के साथ-साथ युवा खिलाड़ी भी कोशिश कर सकेंगे। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पूरी सीरीज के दौरान टीम इंडिया सिर्फ एक प्लेइंग इलेवन लेकर पहुंची।
अब भारत को चाहिए आयरलैंड का दौरा करने के लिए जहां कुछ नए खिलाड़ियों को व्यावहारिक रूप से एक समान टीम में जोड़ा गया है। आयरलैंड के खिलाफ श्रृंखला में अभिनय करने वाले खिलाड़ियों को टी20 विश्व कप 2022 को याद करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला में मौका मिल सकता है। कुछ खिलाड़ियों के कार्ड भी काटे जा सकते हैं क्योंकि इसके बाद सीनियर खिलाड़ी ग्रुप में वापस आ जाएंगे। सीनियर खिलाड़ियों के आने के बाद अगर टीम इंडिया की टीम देखते हैं तो कुछ जगह खाली रह जाएगी। कई खिलाड़ियों की नजर इसमें अपनी जगह बनाने पर होगी। सीनियर खिलाड़ियों के आने के बाद भारतीय टीम इस प्रकार हो सकती है।
केएल राहुल (स्वास्थ्य पर निर्भर)/ईशान किशन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव/ श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमरा, युजवेंद्र चहल। ऐसे में आयरलैंड दौरे पर दिनेश कार्तिक, संजू सैमसन, अवेश खान, रवि बिश्नोई, वेंकटेश अय्यर और हर्षल पटेल जैसे कई नाम नहीं हैं। जिन पर चयनकर्ताओं की नजर रहेगी। दूसरी तरफ राहुल जैसे खिलाड़ी हैं। त्रिपाठी, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक और दीपक हुड्डा शायद अपनी काबिलियत दिखाकर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचना चाहें।