समाचार निर्देश एस डी सेठी – कांग्रेस पार्टी ने एक और पार्टी का दमदार सिपाही कपिल सिब्बल को खो दिया है। सबसे हैरानी की बात ये है कि 16 मई को कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। ये बात मीडिया से खुलासे के दौरान कही। लेकिन हैरत बात है कि कांग्रेस पार्टी के बडे ओहदेदारों ने कपिल सिब्बल के इस्तीफे पर चूं तक बाहर नहीं निकाली। लगता है अंदर खाते पार्टी ने कुछ न कुछ तो खिचडी पकाई है। तभी कपिल सिब्बल ने मीडिया जगत समेत तमाम राजनीतिक दलों को ठेंगा दिखाते हुए आज बुद्धवार को समाजवादी पार्टी की साईकल पर सवार होकर राज्यसभा सांसद के लिए नामांकन तक भर डाला। इसके लिए उन्होंने आजम खान को जेल से बाहर निकालने का लगता है बडा सौदा किया है। कपिल सिब्बल को पता है कि वह इस बार कांग्रेस के हाथ पर सवार होकर राज्यसभा में एंट्री नहीं ले पाएगें। इस सारी कवायद में उन्होंने आजम खान की रिहाई को मोहरा बनाया। आजम खान जेल से बाहर आ गये। लेकिन इसकी जगह कपिल सिब्बल ने अपना मकसद हल कर लिया और संसद तक पहुंचने का अपना रास्ता बना लिया। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक तीर से दो शिकार कर लिए है। उधर समाजवादी पार्टी के ऊपर सवारी करने का मकसद सिब्बल ने जो बताया है वह भी कम चौकाने वाला नहीं है। वकील बुद्धी कपिल सिब्बल का कहना है कि वह 2024 में लोकसभा चुनावों में मोदी की सरकार को उखाडने के लिए संयुक्त कारवाई के तहत समाजवादी पार्टी के साथ जुडकर उत्तर प्रदेश से भाजपा को कमजोर कर केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है।