- मजबूत पत्थर के पहाड़ काट कर वही से पत्थर निकाल सुरक्षा दीवारों पर करोड़ों उड़ान का खेल जारी, जहां जरूरत वहा बचाव दीवार को लेकर आंख बंद
हरियाणा/चंडीगढ़ वासु के मेहता – मोरनी को सड़को का जाल बिछा विश्व स्तर का पर्यटन स्थल बनाने का मुख्यमंत्री का सपना लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और ठेकेदार धूल में मिला रहे है। यहां इलाका में जहा सड़के धंसी और पहाड़ कटाव से खतरनाक प्वाइंट बने है वहा कोई एक पत्थर नही लगा रहा ,और जहा मजबूत पत्थर के पहाड़ है वहा करोड़ो रुपए पर्यावरण और पहाड़, जंगलों की हरियाली का मटियामेट कर र्लोकनिर्माण बचाव दीवारों पर उड़ा रहा है। यहां चल रहे इस खेल पर लोगो में सरकार की नीतियां हंसी की वजह बन रही है। यहां विपक्षी विधायक के साथ साथ पूरी मोरनी इलाका की भाजपा जबरदस्त विरोध जता चुकी है बावजूद विभाग की मनमानी का खेल बदस्तूर जारी है। करोड़ो के बजट से पंचकूला मोरनी सड़क पर खेड़ा बागड़ा से मोरनी और मोरनी से टिक्कर ताल तक की तरफ ब्रस्ट वाल लगाने का काम जारी है।मगर यहा पहले से ही मजबूत पत्थर के पहाड़ जो ब्रसट वाल के लिए बड़ी मशीनों से भी नही टूट रहे पर बचाव दीवारे बनाई जा रही।और पत्थरों को खड़ा करके रखने के बाद बाहर से सीमेंट मसाला लगाया जा रहा है । आम जनता ये खेल देख कर मजाक कर रहे हैं लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों को शायद यह दिखाई नहीं दे रहा है। पहली बरसात पड़ते ही सड़क बन्द हो जाएगी ।यहां से आवागमन करने वाले स्नेह,कमल,धर्मेंद्र,राजपाल आदि हर रोज आने जाने वाले लोगो का कहना है की हम थापली से आते जाते। लगभग जब हम खेड़ा बागड़ा आता हूं तो मुझे हंसी आती है ब्रस्ट वाल देख कर हम पहाड़ के रहने वाले है, हमे मालूम है कि वहाँ ब्रस्ट वाल लगाने का 1% भी फायदा नही है वहाँ तो पहले ही मजबूत पत्थर के पहाड़ है जो कि नही गिरते। ब्रस्ट वाल वहां लगाओ जँहा मिट्टी के स्लिप आने वाले पहाड़ हों। यहां तो वही जेसीबी डोजर से पत्थर निकाल कर वहीं पर लगा कर सरकार को लाखों करोड़ों का चूना लगा रहें है।उनको तो बस पैसे से मतलब है स्लिप आये या न आये उससे उनको कुछ नही लेना।, परंतु देख कर तो दुख होता है, एक बात और हमारी पहाड़ की सड़कें हिमाचल की तरह ही बननी चाहिए। आप हिमाचल जाओ तो देखोगे की सड़क के पहाड़ी वाली साइड में सिरे से सिरे तक नाली होती है ताकि पहाड़ का पानी सड़क में ना जाये सड़क में आने से सड़क जल्दी खराब होती है, अब सरकार तक ये सभी बातें पहुंचानी चाहिए। और ये बाते उनकी नजरों में लाने का कार्य पहले विधायक प्रदीप चौधरी ने फिर भाजपा मोरनी मंडल की टीम ने विरोध जताया। मगर काम ज्यो का त्यो चल रहा।लोगो का कहना है की सताधारी पार्टी से जुड़े नुमाइंदों की जिम्मेदारी बनती है मौका देख आला स्तर पर गड़बड़ बारे सूचित कर आम जनता की टैक्स में जाने वाली कमाई के पैसे का दुरयोग न हो। और अधिकारियों को इन बातों से अवगत करवाना चाहिए। हरियाणा प्रदेश का एक मात्र पहाड़ी क्षेत्र जिसे हम कह सकते है, वो मोरनी ब्लॉक है और समय समय पर प्रदेश सरकार द्वारा मोरनी क्षेत्र के लिए कई करोडों रूपए की योजना भी बनाई गई है। खास तौर पर इस क्षेत्र को एक टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए बनाई गई है। किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए मुख्य बिन्दु वहां के लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, पीने के पानी व्यवस्था, व वहां के मुख्य यातायात मार्ग को कह सकते है, जिसमें से हम वहां के यातायात मार्ग को उस क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी भी कह सकते हैं, वैसे तो प्रदेश सरकार द्वारा मोरनी के मुख्य मार्गों को चौड़ा करने की भी बात कही गई है, जो एक सराहनीय प्रयास है, टूरिज्म क्षेत्र के हिसाब से देखा जाए तो यातायात मार्ग का नवीनीकरण होना भी जरूरी है, लेकिन अगर आज के समय को देखा जाए तो सिर्फ एक मार्ग पंचकुला से मोरनी तहसील कार्यालय तक है जिसे हम कुछ हद तक ठीक मान सकते है इसके इलावा यदि हम मोरनी क्षेत्र के यातायात मार्गों की दशा देखें तो बहुत ही दयनीय है,जिसमें से कुछ मुख्य मार्ग इस प्रकार है मोरनी तहसील कार्यालय से आगे मोरनी, शेरला, समरोठा, ठणडोग, निमवाला, के लिए जाने वाला मार्ग, दूसरा बजडोली से बड़ी शेर के लिए जा रहे मार्ग की दशा तो एह सी है, कि ये देखना पड़ता है, कि सड़क में गड्ढे है या गड्ढों में सड़क कुछ पता ही नहीं चलता, इस मार्ग का कुछ समय पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा निरीक्षण भी किया गया था, लेकिन समस्या अब भी जस की तस है, तीसरा मोरनी तहसील कार्यालय से रायपुर रानी के लिए जा रहे मार्ग की दशा यह एक मार्ग है, जो कालका हल्के को रायपुर रानी ब्लॉक से जोड़ता है, इस मार्ग पर पड़ने वाले गांव बंगार, खडुन बाना के पास तो देख कर ये लगता है, कि यहाँ पर तो ठेकेदार द्वारा सड़क पर तारकोल डालना ही भूल गए है, इस रोड पर कुछ एक जगह एह सी है, जहां सड़क के किनारे गिरे हुए डंगो को एक वर्ष से अधिक का समय हो चुका हैं, जिसमें प्लासरा गाँव के पास मुख्य मार्ग पर, लाला वाले पीर से नीचे सड़क किनारे का डंगा, इसी मार्ग पर कुछ जगह पड़े मलबे को जे. सी. बी. मशीन के द्वारा सड़क किनारों से हटाया भी जा सकता है, लेकिन या तो विभाग को ये नजर नहीं आ रहा है, या फिर विभाग बरसात ऋतु का इंतजार कर रहा है, जिससे कि सड़क पर और मलबे के ढेर लगें, अंत में प्रदेश सरकार से यही गुज़ारिश है कि जहां आप के द्वारा मोरनी क्षेत्र को निरंतर टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित करने के प्रयास किए जा रहे है। लोगो कि सरकार से मांग है कि समय रहते, बरसात ऋतु से पहले इन सभी मुख्य मार्गों की रिकारपेनटीग व सड़क किनारे डंगो के निर्देश दे दिए जाए। तो आप का बहुत बहुत आभार होगा।