समाचार निर्देश नई दिल्ली रमेशचंद्र व्दिवेदी – दिल्ली की जनता आरटीआई के आंकड़े को दर्शाते हुए जनता को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के झूठे वादे की पोल खोली है। इन्होंने चुनाव के समय बेरोजगारी कम करने के लिए बारह लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी लेकिन 440लोगों को पक्षपात पूर्णतरीके से लोगों को ही रोजगार दे पाये । शिक्षा के क्षेत्र में 550नये स्कूल खोलने की घोषणा की थी लेकिन एक भी नहीं स्कूल खोले गए हैं बल्कि70%%प्रधानाचार्य नहीं है।शुध्द पीने के पानी के लिए घर घर नल लगाने की योजना बताई गई थी जबकि इस प्रकार की कोई व्यवस्था देखने को नहीं मिल रही है ऊपर से दिल्ली जल बोर्ड का 57000करोड़ का घाटा बताया जा रहा है । डीटीसीकी 11000 न ई बसे लेने की बात हुई थी । वर्तमान समय में 3670डीटीसी की बसें कार्यरत हैं ,ये बसें ओवर एज हो चुकी है ।20 नये अस्पताल खोलने की योजना के तहत कोई अस्पताल खुला और इसके बदले मोहल्ला क्लिनिक खोल कर कोटा पूरा किया गया ।इस मोहल्ला क्लिनिक से जनता कोई लाभ नहीं पहुंचा ।गरीब कल्याण योजना के तहत 65000फ्लैट और 1*5लाख शौचालय की योजना थी लेकिन 308फ्लैट और 16000शौचालय बन पाये । यमुना की सफाई के लिए मोदी सरकार से2418करोड़ रुपये लिए गये थे लेकिन यमुना की सफाई नहीं हो पाती है । दिल्ली को लन्दन पेरिस बनाने का सपना मात्र सपना ही रह गया है।यह कोई अतिशयोक्ति न होगी ।दिव्यागों विधवाओं, सीनियर सिटीजन का पैंशन की बढ़ोतरी की घोषणा भी खोखली साबित हो रही है ।कोरोंना के समय किरायेदारों का किराया और 200यूनिट बिजली बिल माफ की बात झूठी साबित हुई है। दूसरी ओर जगह जगह शराब का ठेका खुल जाने से नशेबाजों की संख्या बढ़ती जा रही नयी पीढ़ी के लिए अभिशाप बन रहा है । दिनों दिन अपराध बढ़ रहे हैं ।