समाचार निर्देश एस डी सेठी – पंजाब की भगवंत मान सरकार सस्ती शराब मुहैया कराने में दिल्ली के साथ कदमताल करती दिखाई दे रही है। 8 जून को पंजाब केबिनेट की बैठक में अंग्रेज़ी शराब और बीयर का कोटा समाप्त कर दिया है। यानि अब कंपनियां जितनी चाहें शराब बना सकती है। इससे पंजाब में शराब की कीमतों में 30 से 40 फीसदी की गिरावट आ सकती है। भगवंत मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने नई आबकारी नीति को हरी झंडी दे दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक नई आबकारी नीति के तहत 9647.85 करोड रूपये राजस्व का टार्गेट तय किया है। नई नीति से गत वर्ष की अपेक्षा 40 % अधिक राजस्व बटोरने का अनुमान है। नई आबकारी नीति के तहत बीयर और देश में निर्मित होने वाली विदेशी शराब को सस्ता कर दिया जाएगा। (आप) आम आदमी पार्टी की सरकार का दावा है कि शराब के भाव कम होने के चलते पडोसी राज्यों से तस्करी नहीं होगी। बताया जा रहा है कि पंजाब सरकार ने अंग्रेजी शराब पर लगने वाली आबकारी ड्यूटी को 350% से कम करते हुए 150 % कर दिया है। इतना ही नहीं गरीब की देसी दारू पर तो इसे 250 से कम करके सिर्फ 1% कर दिया गया है। सीएम कार्यालय के मीडिया प्रवक्ता ने बताया कि यह नई आबकारी नीति 1 जुलाई 2022 से 31 मार्च 2023, 9 महीनों तक के लिए प्रभावी रहेगी। यहां भी ठेकों का आवंटन ई-टेंडरिंगके माध्यम से होगा। पंजाब में 6378 शराब के ठेके होगें।