भारतवर्ष में संथाल परगना और खासकर के गोड्डा लोकसभा क्षेत्र पूरे भारतवर्ष में बहुत पिछड़ा क्षेत्र माना जाता रहा था। परंतु 2009 में गोड्डा लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह पर निशिकांत दुबे चुनाव जीते शुरू में तो लोगों को लगा क्या निशिकांत दुबे गुड्डा जैसे पिछड़े इलाके के लोगों इच्छाओं को पहचान पाएंगे और पूरी कर पाएंगे परंतु देवघर जो गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में आने वाला सबसे बड़ा शहर है और झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी भी है।वहां से निशिकांत दुबे का बचपन से नाता रहा इसीलिए ना सिर्फ देवघर बल्कि पूरे गोड्डा लोकसभा क्षेत्र सहित संताल परगना की समस्याओं से निशिकांत दुबे भली-भांति परिचित थे अतः झारखंड की परंपरागत राजनीति और विकास की परिभाषा को तोड़ते हुए नए सिरे से निशिकांत दुबे ने इस इलाके में परिभाषा विकास की लिखनी शुरू कर दी और देखते ही देखते जिस निशिकांत दुबे के ऊपर लोगों को शंका हो रही थी क्या यह विकास कर पाएंगे उसी निशिकांत दुबे को विकास का पर्याय माने जाने लगा लोग विकास पुरुष बुलाने लगे और इसके पीछे वाजिब कारण भी था। कई ऐसी योजनाएं गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में आई जो सिर्फ बड़े-बड़े मेट्रो सिटी या फिर गुजरात हरियाणा जैसे विकसित राज्यों के नसीब में ही आती थी देवघर हिंदुओं के लिए एक बहुत बड़ा तीर्थ स्थल है। सिर्फ श्रावणी मेले में ही यहां करोड़ों में भक्त आते हैं देवघर राजस्व के मामले में भी सरकार को बहुत मदद करता है इसके बावजूद भी इसका समुचित विकास नहीं हो पा रहा था जिसका जिम्मा उठाया सांसद निशिकांत दुबे ने और अभी अन्य विकास कार्यों की सर्च आना भी करें तो देवघर हवाई अड्डा और ऐम्स दो ऐसी उपलब्धियां है जिसने निशिकांत दुबे को देवघर के इतिहास में अमर कर दिया देवघर हवाई अड्डा बनने से जिसका उद्घाटन आगामी 12 जुलाई को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं देवघर विश्व पटल पर जुड़ गया है और ना सिर्फ देवघर बल्कि दूर-दराज का इलाका माने जाने वाला संथाल परगना अब दो-तीन घंटे की सड़क यात्रा करते हुए संथाल परगना के किसी भी क्षेत्र से आप देवघर हवाई अड्डे तक पहुंच सकते हैं इस कनेक्टिविटी से संथाल परगना में विकास की एक नई उम्मीद जगी है जिसका पूरा श्रेय जाता है सांसद निशिकांत दुबे को आज न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता बल्कि विरोधी भी इस बात को मान रहे हैं निशिकांत दुबे ने संथाल परगना के गोड्डा लोकसभा जैसे पिछड़े इलाके में अविश्वसनीय विकास कार्यों को धरातल पर उतार के दिखाया है दबी जुबान में लोग निशिकांत दुबे को आने वाले समय में झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में देखने के लिए बात करते हैं परंतु यह भविष्य के गर्भ में है आने वाले समय में देखते हैं समय क्या-क्या खेल दिखाता है।

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