समाचार निर्देश एस डी सेठी – दिल्ली में विश्व स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का दावा करने वाली दिल्ली सरकार के नाक तले करोडों रूपये फूंकने के 19 साल बाद भी नरेला के राजा हरीश चंद्र अस्पताल में यहां लाखों की संख्या में रहने वाले नागरिकों को छोटी से छोटी बिमारी के लिए दूर दराज के अस्पतालों में रेफर कर अपनी जिम्मेदारी पूरी करने मे लगे हैं। अस्पताल की बदतर-से -बदतर सेवाओं से जूझ रही नरेला व आस पास की लाखों आबादी की दुख तकलीफ की सुद लेने वाला कोई नही है।. इस बावत नरेला के जिम्मेदार नागरिकों ने “सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र अस्पताल बचाओं संघर्ष स्मित” के बैनर तले अस्पताल की बद से बदतर हालत में सुधार लाने और अस्पताल की तमाम सेवाओं जिनमें आपातकालीन सेवाओं, बंद पडे आप्रेशन थिएटर, एक्सरे मशीन, महिलाओं की जच्चा बच्चा डिलीवरी समेत तमाम आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को तत्काल बहाल करने की सरकार से मांग की है। सत्यवादी राजा हरीशचंद्र अस्पताल बचाओं संघर्ष समिति के पदाधिकारी नरेश गुप्ता, सुरेंद्र पांचाल,राजवृत आर्य, एडवोकेट धर्म पाल, अनिल सिंह कुशवाह, आरके मोरय ने बताया कि नरेला देहात की गरीब लाखों की आबादी अपनी चिकित्सा सुविधाओं के लिए कथित इसी सरकारी अस्पताल पर निर्भर है। लेकिन यहां की चिकित्सा सेवाएं बेहतरी की बजाय रसातल में जा रही हैं। सीपीआई(माले) के सुरेंद्र पांचाल ने बताया कि अस्पताल में मिलने वाली सेवाएं जिनमें इमरजेसी, ओटी, डेंटल विभाग, ओपीडी, महिलाओं की डिलीवरी तक बंद है। सभी सर्जरी बंद हैं। अस्पताल में बैठे मेडिकल स्टाफ सभी मरीजों को इलाज न देकर दूर दराज रोहिणी के आंबेडकर अस्पताल या दूसरे अस्पताल में रैफर कर देते हैं। आईपीएफ से नरेश गुप्ता, एडवोकेट धर्मपाल ने बताया कि बडे बडे दावों में कहा गया कि यहां ट्रामा और कैंसर के इलाज को भी जोडकर अपग्रेड करने की बात थी। लेकिन इसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। बल्कि एक एक कर तमाम चिकित्सा सुविधाओं को बंद कर दिया है। बावजूद इन हालातों के मेडिकल स्टाफ की फौज समेत सीएमओ जिनका रिटायमैंट के बाद कार्यकाल को ओर बढाकर इनकी सेवाएं बढा दी। मगर अस्पताल की तमाम आवश्यक सेवाएं ठप्प कर दी हैं। नरेला के जागरूक नागरिको समेत अस्संपताल बचाओं सघर्ष समिति ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री, मनीष सिसोदिया, सीएम अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल विनय सक्सेना को पत्र लिखकर अस्पताल की तमाम बंद पडी आपातकालीन, आईसीयू, मारचरी ओटी आदि सेवाओं समेत दूसरे मीलों दूर अस्पताल में रैफर करने की परंपरा को बंद कर तमाम हैल्थ सुविधाओं को तत्काल चालू कराने की अपील की है साथ ही उक्त सेवाओं की बहाली न करने की सूरत में अस्पताल पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।

 

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