- अग्निपथ योजना को नहीं लिया जाएगा वापस
- महिला अग्निवीर की भी भर्ती का ऐलान
समाचार निर्देश एस डी सेठी – अग्निपथ स्कीम को लेकर देश के कई राज्यों में हो रहे हिंसक बवाल, विरोध प्रदर्शन के बीच सेना ने रविवार को साफ कर दिया है कि इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा।. रविवार को तीनों सेना की साझा प्रैस कांफ्रेंस में कहा गया कि अब सभी भर्तियां इसी के जरिये होंगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएमके के एडिशनल सैक्रट्री लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हमारे साथ जो “अग्निवीर में जुडना चाहता है वो किसी प्रदर्शन या तोडफोड का हिस्सा नहीं रहा हो। फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता। इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें। अगर उनके खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज की जाती है तो वे सेना में शामिल नहीं हो सकते। उन्हें नामांकन फार्म के हिस्से के रूप में यह लिखने के लिए कहा जाएगा कि वे आगजनी का हिस्सा नहीं था। उनका पुलिस वैरिफेकेशन किया जाएगा। एफआईआर वाले भर्ती उम्मीदवारों को सेना मे कोई जगह नही है। हर व्यक्ति को सर्टिफिकेट देना होगा कि वे सेना के खिलाफ प्रदर्शन का हिस्सा नही थे। डीएमके के एडिशनल लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवीर को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान मे सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू है। सेवा शर्तो में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को 1 करोड रूपये का मुआवजा मिलेगा। भारतीय वायु सेना में 24 जून से अग्निवीरों के पहले बैच को लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 25 जून को हमारा विज्ञापन सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुच जाएगा। उधर वाईस एडमिरल डीके त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना में हम महिला अग्निवीर भी ले रहे हैं।