समाचार निर्देश अरविंद मौर्य रायबरेली – विकास प्राधिकरण और बिजली विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से सारस चौराहे के समीप हुंडई शोरूम के बगल में बनाई गई मानक विहीन बिल्डिंग में सभी नियमो को ताख पर रख दिया गया है। बिल्डिंग बीते 6 महीने से बन रही हैं।वर्तमान में उसका स्वरूप भी बदलकर ब्यवसायिक दूकानों के रूप में परिवर्तन भी कर दिया गया। बिल्डिंग जिस स्थान पर बनकर खड़ी हो गई उसके बीच मे बिजली का खम्भा जिसमे हाईवोल्टेज की लाइन भी खिंची थी।निर्माणकर्ता ने बिजली के खम्भे को काट कर बाहर फेंक दिया है वही सरकारी कई किलो टार काटकर बेंच डाला है। बिल्डिंग मालिक की ऊंची पहुच के चलते रायबरेली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बड़ी रकम लेकर के एक फर्जी नक्सा स्वीकृति का ढिंढोरा पीटने के लिए बिल्डिंग में सजा दिया है। यही नही बिल्डिंग के सामने कई अस्थायी दुकानें थी जिन्हें नगरपालिका के अधिकारी के सहयोग से हटवाने में भी सफल रहा।इस पूरे मामले पर जब आरडीए की प्रभारी सचिव पल्लवी मिश्रा से बात के8 गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच करवाई जाएगी। उधर जब बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता से खम्भा और तार काटने के बारे में पूंछा गया तो उन्होंने सम्बंधित जेई को जांच करने के लिए कहा है।कुलमिलाकर जिस प्रकार से शहर में धडल्ले से मानक विहीन बिल्डिंगों और काम्प्लेक्सो का निर्माण हो रहा है उनमें विकास प्राधिकरण के सभी जिम्मेदार बड़े पैमाने पर अवैध रकम जरूर ली है।