• प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रेरणा से आजादी की लड़ाई में शहीदों की शहादत एवं उनके जीवन की गौरव गाथा बारे आमजन को किया जा रहा है जागरूक।

नूंह शौकीन कोटला – आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सूचना, जन संपर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा द्वारा शुक्रवार को यासीन मेव डिग्री कॉलेज नूंह के प्रांगण में ‘1857 का संग्राम-हरियाणा के वीरों के नाम नाटक का मंचन किया गया। देश की आजादी के लिए संग्राम 1857 में शुरू हुआ था। स्वतंत्रता की इस संग्राम में हरियाणा के वीरों की भूमिका का चंडीगढ़ से आए कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से प्रभावशाली रूपांतरण किया। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान देने वाले सदरूदीन मेवाती पर एक गीत प्रस्तुत किया गया, जिसके बोल थे कि मैं सदरूदीन किसान का बेटा-माहिर सूं फसल ऊगावण में, देश की खातिर जंग लड़ी थी 1857 में। इस कार्यक्रम में वाईएमडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद इम्तियाज खान ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और कार्यक्रम का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ब्रिटिश हुकुमत द्वारा भारतीयों पर किए गए अत्याचारों का इस नाटक के माध्यम से सजीव चित्रण किया गया है जिससे रोंगटे खड़े हो गए हैं। कलाकारों की इस प्रस्तुति की सराहना की और कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार का एक यह राष्ट्र भक्ति के प्रति सम्मान है, जो इस कार्यक्रम के माध्यम से दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि हम देश के उन रण बांकुरों के ऋणी हैं जिन्होंने ब्रिटिश सरकार से देश का आजादी दिलाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया, ऐसे महान वीरों को कोटि-कोटि नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को देशभक्तों के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र भक्ति के कार्यों में बढ़चढ़ कर अपनी भूमिका निभानी चाहिए।

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