समाचार निर्देश एस डी सेठी – भारतीय जनता पार्टी के उच्चस्तर लेबल पर इस बात को लेकर सहमती बनी है कि इस मौजूदा सांसदों में जिनका जन्म 1955 के बाद हुआ है। उन्हें ही 2024 में लोकसभा का टिकट दिया जाएगा। इससे पहले जन्में नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा। यानि बीजेपी में नेताओं की रिटायर्मेंट की उम्र 70 साल तय कर दी है। अगर पार्टी के टाॅपर यह नियम लागू करते हैं तो मौजूदा 301 सांसदों मे से 81 को टिकट नहीं मिलेगा। इसके पीछे की कवायद में नये लोगों (नेताओं) को मौका देना है। इसे पार्टी टिकट काटना नहीं मानती है। आंकडों के मुताबिक 2024 तक भाजपा के 25 फीसदी सांसद 70 वर्ष के उपर होंगें। 17वीं लोकसभा में 2024 में 25% तय उम्र सीमा को लांघ जायेगें।

मौजूदा सांसदों में सबसे अधिक उतर प्रदेश से 12 गुजरात से 10,कर्नाटक से 9,महाराष्ट्र से 5,झारखंड से 2,बिहार से 6,मध्यप्रदेश से 5, और राजस्थान से 5 हैं। 70 पार वाले सांसदों में शुमार प्रमुख नामों में हेमामालिनी, सदानंद गोडा, राव साहेब दानवे, वीके सिंह, अश्विनी चौबे, एसएस अहलूवालिया, रीता बहुगुणा, रत्न लाल कटारिया, किरण खेर, अर्जुन राम मेघवाल, पटनायक, सीआर पाटिल, रविशंकर प्रशाद, रावइंद्रजीत सिंह, गिरीराज सिंह, राधा मोहन, आरके सिंह, सत्यपाल सिंह, है।